म्यूज़िक, सेक्स और नशा इन तीनों में शोधकर्ताओं ने ढूंढ निकाली समानताएं  , शोधों ने नया रोचक खुलासा किया है कि पसंदीदा संगीत सुनते समय, सेक्‍स के समय, नशा करते समय और लजीज खाना खाते समय हमारे मस्तिष्‍क का एक ही रसायनिक हिस्‍सा प्रभावित होता है।कनाडा की मेकगिल यूनिवर्सिटी के डेनियल लेविटिन ने बताया कि यह बात पहली बार पता चली है कि संगीत के आनंद लेने के पीछे दिमाग का रसायन खुद शामिल होता है।

इसी तरह अन्‍य चीजें लोग इंजाय करते हैं जैसे अल्‍कोहल, सेक्‍स, दोस्‍तों के साथ मौज मस्‍ती आदि, इनकी अति आखिरकार रिश्‍तों को नुकसान ही पहुंचाती है। इसलिए ताजा शोध में यह नई खोज इस लिहाज से बेहद अहम बताई जा रही है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने हाल ही में मनुष्‍यों में इस तरह की पद्धति का पता लगाया है। लेविटिन ने बताया कि इस प्रयोग में 17 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था।

उन्‍होंने बताया कि इस पर काम करते हुए पिछली बार लैब में एक प्रयोग किया गया।संगीत का मज़ा लेते समय दिमाग के उन हिस्‍सों को देखा गया जहां रसायनिक हरकत हो रही थी। इसके बाद वैज्ञानिकों ने अस्‍थायी रूप से दिमाग के उस संबंधित हिस्‍से को बंद कर दिया।

इसके बाद उन्‍होंने दोबारा संगीत, ड्रग आदि का एक दौर चलाया और पाया कि अब संबंधित व्‍यक्ति को उतना मज़ा नहीं आ रहा था।जिस प्रतिभागी को इसमें शामिल किया था उसने प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि मेरा प्रिय गीत सुनते समय मुझे पता था कि यह मेरा पसंदीदा गीत है लेकिन कमाल है कि यह मुझे पहले की तरह शानदार नहीं लगा।

No more articles