सेक्सुअल इमरजेंसी के दौरान किया 10 साल के बच्चे के साथ हैवानियत, सजा माफ , एक दुर्लभ मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 10 वर्षीय लड़के के साथ बलात्कार करने वाले 20 वर्षीय प्रवासी की गिरफ्तार की सजा को पलट दिया है। ऑस्ट्रिया के स्विमिंग पूल में प्रवासी ने बच्चे के साथ दरिंदगी की थी। वह विएना में टैक्सी ड्राइविंग करता था।

पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर उसने कहा कि वह जानता था कि दुनिया के किसी भी देश में ऐसा करना मना है। मगर, सेक्सुअल इमरजेंसी थी क्योंकि उसने बीते चार महीने से सेक्स नहीं किया था। उसने कहा कि वह हमेशा इसे लेकर पागल नहीं हो जाता है क्योंकि इराक में उसकी पत्नी और एक बेटी थी।

गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने जांचकर्ताओं को बताया था कि हालांकि वह जानता था कि यह एक गलती थी। मगर, उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उस वक्त उसके लिए यह सेक्सुअल इमरजेंसी थी।

रिपोर्ट के अनुसार, न्यायाधीशों ने कहा कि आरोपी को लगा कि शिकार यौन क्रिया के लिए सहमति दे रहा था। 10 वर्षीय पीड़ित के साथ आरोपी ने बेरहमी से स्विमिंग पूल कक्ष में बलात्कार किया था। लाइफगार्ड ने उसे चिल्लाते हुए पाया था। बच्चे को तुरंत पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

वहीं पुलिस ने प्रवासी को घटना स्थल पर ही पकड़ लिया था, जो पूल में बार-बार गोताखोरी कर मनोरंजन कर रहा था। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, पिछले साल सितंबर में प्रवासी बाल्कन के माध्यम से ऑस्ट्रिया में प्रवेश किया।

 

No more articles