पत्नी ने कहा मायके जाना है, पति बोला तो एक बार तो करना ज़रूरी है, उसके बाद… , आजमगढ़ में दांपत्य जीवन में आई खटास के बाद मामला न्यायालय तक पहुंच गया। मुकदमेबाजी की रंजिश को लेकर पति द्वारा किए गए हमले में महिला घायल हो गई। इस मामले में पकड़े गए हमलावर पति को पुलिस द्वारा छोड़ दिए जाने पर व्यथित महिला शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। एसपी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए मुबारकपुर थाना प्रभारी को कार्रवाई के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।

घटना के दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया, लेकिन देरशाम पुलिस ने उसे रिहा कर दिया। इस बात की जानकारी होने पर घायल रीमा न्याय की गुहार लगाने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। पीड़िता की बातों को संज्ञान में लेते हुए एसपी ने मुबारकपुर थानाप्रभारी को कड़ी फटकार लगाते हुए कार्रवाई के लिए सख्त निर्देश दिए। घायल रीमा का जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण भी कराया गया। देरशाम तक इस मामले में हमलावर पति के खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं हो सकी थी।

जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के खतीरपुर ग्राम निवासी रामविलास यादव ने वर्ष 2009 में अपनी 25 वर्षीय पुत्री रीमा की शादी मुबारकपुर थाना क्षेत्र के विजय रामा ग्राम निवासी अर¨वद यादव के साथ की थी। शादी के बाद लगभग छह साल तक रीमा और अरविंद के दांपत्य जीवन में सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। इसके बाद किसी बात को लेकर पति-पत्नी के बीच अनबन शुरू हो गई।

आए दिन दोनों के बीच हो रहे विवाद के कारण रीमा के मायके वाले उसे विदा कराकर अपने घर लेकर चले गए। मायके में रह रही रीमा ससुराल पक्ष के खिलाफ भरण-पोषण के लिए न्यायालय में वाद दाखिल कर दिया। मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है। पीड़ित रीमा का आरोप है कि गत बुधवार को वह इलाज के लिए जिला मुख्यालय आई थी। दवा लेकर वह शहर से सटे हाफिजपुर चौराहे पर मायके जाने के लिए सवारी वाहन पर सवार होने के लिए पैदल जा रही थी। इसी बीच रास्ते में उसका पति मिल गया और उसने रीमा को बुरी तरह मारपीट कर घायल कर दिया।

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