हार्डबोर्ड बनाने वाली कंपनी द वेस्टर्न इंडिया प्लाईवुड लिमिटेड में पिछले तीन सप्ताह में लगभग 80 टन पुराने नोट आ चुके हैं। यह बहुत ही पुरानी कंपनी है। जानकारी के अनुसार, इस फैक्ट्री को आरबीआई नोटों के टुकड़े कर बेच रही है। कंपनी एक टन पुराने नोटों के बदले आरबीआई को 250 रुपये देती है।फैक्ट्री के जनरल मैनेजर पीएम सुधाकरन नैयर के अनुसार, ”पहले आरबीआई इन नोटों को केवल जला रही थी और अब हम इनका यूज कर रहे हैं।
पुराने नोटों की लुगदी के इस्तेमाल को लेकर हमें सतर्क रहना होता है, यदि उनका सही इस्तेमाल नहीं हुआ तो हार्डबोर्ड कचरा हो जाएगा।” कंपनी के एमडी पीके मयान मोहम्मद का कहना है कि शुरू में बहुत दिक्कत आ रही थी लेकिन अब कंपनी के इंजीनियर लोगों ने रास्ता ढूंढ निकाला।
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