कुंवारी लड़कियां क्यों नहीं छूतीं शिवलिंग , धार्मिक रीति-रिवाजों को लोग विशेष महत्ता प्रदान करते हैं। धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि किसी भी धार्मिक कार्य को करते समय उसके नियमों का पालन करना आनिवार्य है। धार्मिक शास्त्रों में उल्लेखित किसी भी बात को अनदेखा करना उस जातक के लिए ही नुकसानदेह है, जो किसी विशेष पूजा से वरदान की अपेक्षा रखता है। अकसर कुंवारी कन्याएं अच्छा पति पाने के लिए भगवान शिव की पूजा करती हैं। सोलह सोमवार व्रत भी रखती हैं। शिवलिंग पर रोज जल, बेल पत्र आदि चढ़ाती हैं।
इन सबके पीछे एक ही मकसद होता है भोलेनाथ को प्रसन्न करना। लेकिन कहते हैं कि शिवलिंग के स्पर्श से कुंवारी लड़कियों दूर ही रहना चाहिए। आइए जानते इसके पीछे की पूरी कहानी।