आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि कम उम्र में भी लोगों को हार्ट अटैक आ सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि इन दिनों 20-30 साल के युवा कार्डिएक अरेस्ट की वजह से इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
अगर कोई स्मोकर है, आरामदेह लाइफ स्टाइल जीता है, कम सोता है और दुबला-पतला भी है तो उसको भी कार्डिएक अरेस्ट आ सकता है। अचानक हार्ट अटैक में 30 पर्सेंट लोग अस्पताल पहुंचने से पहले मर जाते हैं।
बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. सुभाष चंद्र ने कहा कि मोटापा केवल एक रिस्क फैक्टर है, स्मोकिंग और जेनेटिक कारण सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है। अगर कोई युवा या वयस्क सेनेटरी लाइफ स्टाइल जीता है तो उसे कार्डिएक अरेस्ट का खतरा है। मैक्स के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. विवेका कुमार का कहना है कि जो लोग तनावपूर्ण जीवन जीते हैं और स्मोकर हैं, उनमें ब्लड क्लॉट बनने का खतरा ज्यादा रहता है। हार्ट के अंदर भी ब्लड क्लॉट बन सकता है और अचानक कार्डिएक अरेस्ट हो सकता है। अगर समय पर इलाज नहीं मिले तो मौत हो जाती है।