जब दो लोग प्यार में होते हैं तो वो किस करके भी एक-दूसरे के प्रति अपने प्यार का इजहार करते हैं। ऐसा माना गया है कि किस से रिश्तों में गर्माहट आती है और निकटता भी बढ़ती है। साथ ही किस करने पर प्रेमी जोड़ा भावनात्मक स्तर पर अधिक जुड़ाव महसूस करता है। पर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि किस करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि वैज्ञानिकों के एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है। इस रिसर्च में सामने आया चौंकाने वाला सच, एक वायरस मां नहीं बनने देने के लिए है जिम्मेदार, इसका नाम है ‘एचएचवी 6 ए’, ये लार के जरिए करता है महिलाओं को संक्रमित स्टडी में सामने आया कि अनएक्सप्लेन्ड इनफर्टिलिटी के 25 फीसदी मामले होते हैं। इसमें कारणों का पता नहीं चलता।
शोधकर्ताओं का कहना है कि किस के दौरान ये वायरस बॉडी में जा सकता है और महिलाओं को इनफर्टाइल बना सकता है। यह रिसर्च इटली की यूनिवर्सिटी ऑफ फेरारा में हुई। रिसर्च के अनुसार यह गर्भाशय की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर एग को फर्टीलाइज होने से रोकता है। वायरस गर्भाशय की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को सक्रिय करके ‘साइटोकींस रसायन’ का उत्पादन करता है। इसके ज्यादा स्रावित होने से एग फर्टीलाइज होने में बाधा पहुंचती है। गौरतलब है कि स्टडी में शामिल बांझपन की समस्या से ग्रसित महिलाएं वायरस से संक्रमित थीं।
ये वायरस लार के माध्यम से फैलता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वायरस का संक्रमण दूर कर बांझपन खत्म किया जा सकता है। इसमें 36 बांझपन से ग्रस्त महिलाओं के सैंपल लिए गए। जिसमें से 30 को ‘एचएचवी 6 ए’ से ग्रसित पाया गया।
वैज्ञानिकों को कहना है कि महिलाओं में बांझपन के कई मामलों के लिए जिम्मेदार वायरस का इलाज किया जा सकता है। `एचएचवी-6 ए’ चिकन पॉक्स के बग जैसा होता है, जो थूक से फैलता है। स्टडी में सामने आया कि जो महिलाएं मां बन चुकी थीं उनमें इस तरह का संक्रमण नहीं पाया गया।