हर इंसान अलग होता है उनकी शारीरिक बनावट भी अलग होती है और तो और उनके हाव भाव भी अलग होते है।  लेकिन यहां हम बात हाव भाव की नहीं बल्कि आंखों की कर रहे हैं।

हर किसी की आंखें अलग-अलग रंग की होती हैं। किसी की आंखें काली तो किसी की भूरी। नीली आंखें वाले इंसान कम ही दिखते हैं क्योंकि नीली आंखें होना बेहद दुर्लभ है और इस एक तरह से खूबसूरती का पैमाना भी माना जाता है। लेकिन एक 8 साल के बच्चे की यही नीली आंखे उसके लिए मुसीबत बन चुकी है क्योंकि लोग उसकी आंखे देखकर डर जाते हैं। उसकी आंखें नीली ही नहीं बल्कि भयावह भी दिखती हैं।

इस 8 साल के बच्चे का नाम अब्यूश है जो दक्षिणी इथोपिया का रहने वाला है, दरअसल उसकी आंखों में ‘वार्डेनबर्ग सिंड्रोम’ हो गया है। जिसकी वजह से आंखों की रंग नीला हो गया है। वो अपनी दादी मां के साथ एक टूटी झोपड़ी में रहता है। वो स्कूल नहीं जा सकता है क्योंकि उन लोगों के पास पैसे नहीं हैं ।

उसके पास एक लाल रंग की बॉल है जिसे वो अपने साथ हरदम रखता है क्योंकि एक यही चीज उसके पास खुद की अपनी है बाकि सब कुछ उसने गवां दिया था। आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले उसके घर में आग लग गई थी जिसके बाद उन लोगों ने सब कुछ गवां दिया।

जब भी वह बाहर खेलने जाता है तो उसके दोस्त कहते हैं कि प्लास्टिक की आंखों वाला लड़का आ गया। जबकि उसके मांता पिता मानते थे कि उसकी आंखें भगवान से वरदान में मिली हैं। लेकिन उसकी आंखों का रंग नीला होने के पीछे की वजह कुछ और है। इतना सब होने के बाद भी आज अब्यूश एक सामान्य जिंदगी जी रहा है।

 

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