कांधला के तत्कालीन थानाध्यक्ष बृजकिशोर सिंह पर आरोप है कि उत्तराखंड आंदोलनकारियों पर पुलिस फायरिंग के बाद उन्होंने उत्तराखंडियों की तलाशी में फर्जी हथियार बरामदगी दिखाई और मुकदमा दर्ज किया। आरोप तय होने के बाद मामले में सुनवाई चल रही है। एक अन्य मामला सीबीआई बनाम दाताराम आजाद भी लंबित चल रहा है।
एक समय था जब तमाम लोग यही कहते थे कि यदि मुजफ्फरनगर कांड के अपराधियों को सजा नहीं मिली तो उत्तराखंड राज्य बनने का भी कोई अर्थ नहीं है। मुजफ्फरनगर कांड हमारे भीतर गुस्सा भरता था तो हमें कुछ करने को प्रेरित भी करता था।