जब यूपी पुलिस ने महिलाओं को दौड़ा-दौड़ा कर किया था रेप । मुजफ्फरनगर में हुए उस दिल दहला देने वाले कांड को उत्तराखंड के लोग आज भी नहीं भुला पाए हैं। इस कांड में पीड़ित आंदोलनकारियों को आज भी इंसाफ नहीं मिला है। सन् 1994 में जब मुजफ्फरनगर में यह दिल दहला देने वाला कांड हुआ था। मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहे पर एक अक्तूबर 1994 को पुलिस बर्बरता का नया इतिहास रचा गया था। सबसे शर्मनाक बात यह रही कि रात के अंधेरे में जान बचाने के लिए भागी महिलाओं की अस्मत लूटी गई। सीबीआई जांच में इसकी पुष्टि हुई थी।
रेप के मामले में सीबीआई ने 15 पुलिसकर्मियों के खिलाफ आरोप तय किए जा चुके हैं। इस विभत्स घटना के बाद ये आंदोलन देश के सबसे बर्बर आंदोलन में शुमार हो गया ।मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहे पर पुलिस गोलियों से छलनी हुए बेकसूरों उत्तराखंडियों को अब तक इंसाफ नहीं मिला है। 22 साल बाद भी पीड़ित परिवारों को न्याय का इंतजार है।