पत्तों से बनने वाले दोना पत्तल की विदेशों में भारी मांग , पुराने समय से ही भारत में साल ओर सियाली के पत्तों से बनने वाली पत्तलों का चलन है लेकिन वक्त के साथ यह पीछे छूट रही हैं। जहां भारत में इनका उपयोग कम हुआ है वहीं दुनिया अब इन्हें खुशी-खुशी अपनाने लगी है।
यूरोपीय देशों में आसानी से डिकम्पोज हो सकने वाली इन ईको फ्रेंडली पत्तलों का चलन तेजी से बढ़ा है और एक स्टार्टअप कंपनी ने इनका प्रचार और प्रोडक्शन शुरू किया है। यहां तक की यूरोप की कुछ बड़ी होटल्स ने भी भारत से इन पत्तलों का आयात शुरू किया है। इन देशों की होटल इंडस्ट्री में नए क्रैज की शुरुआत हुई है जिसमें आसानी से डिकम्पोज होने वाली पत्तलों का ट्रेंड बढ़ा है। हालांकि डील में कहा गया है कि इन पत्तलों को बेहतरीन क्वालिटी की पत्तियों से बनाया जाना चाहिए।
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