पति उसे बनाना चाहता था वेश्या लेकिन वो तैयारी कर रही है आईपीएस की , मैसूर में भारतीय समाज में महिलाओं को अपने दैनिक जीवन में कई मुद्दों का सामना करना पड़ता है और ऐसी भी महिलाएं होती है जिनकी जिंदगी घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना और मानव तस्करी के कारण एक दु:स्वप्न बन जाती है।
जहां बहुत सी महिलाएं इन अत्याचारों को चुपचाप सहती है, वहीं कुछ समाज के सहयोग की कमी के बावजूद इन अंधेरों से लड़कर वापस आती है। ऐसी ही एक महिला है मैसूर की आयशा जिसने अपनी शादी के बाद हुई दहेज प्रताड़ना और वेश्यावृत्ति के चंगुल से लड़ाई लड़ी और खुद को इससे निकाला।
18 साल की उम्र में आयशा की शादी हो गई थी। उसकी जिंदगी में तब तूफान आया जब उसके ससुरालवालों ने उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू किया और जब वह गर्भवती हुई तो उसका अबॉर्शन तक करा दिया। लेकिन स्थिति तब बदतर हो गई जब उसका पति उसे जॉब दिलाने का कहकर ऐसी जगह ले गया जो नरक थी। पति ने उसे वेश्यालय में बेच दिया।