कुमारी पूजा
बंगाल में ये खास है, कुमारी पूजा का प्रचलन बहुत ज्यादा है। घरों में गलियों में लोग कुमारियों की पूजा करते हैं। नवरात्रि के 9 दिन कुमारी पूजा होती है। कुमारी कन्याओं को दुर्गा मां की तरह पूजा जाता है। दरअसल, स्वामी विवेकानंद ने बेलूर मठ में इसका प्रचलन शुरू किया था।
अष्टमी की पुष्पांजलि
अष्टमी बहुत खास होती है। इस दिन महिलाएं लाल साड़ी पहनकर, लड़के धोती पहनकर पंडालों में पहुंच जाते हैं और पंडित मशाई उनके हाथों में फूल और पलाश फूल देकर आरती करते हैं और पुष्पाजंलि देते हैं। दरअसल, देवी मां का मंत्र उच्चारण करते हैं।