कोला बौ
आपने देखा होगा कि मां की प्रतिमा के सामने एक केले के पेर को साड़ी पहनाकर खड़ा किया जाता है। दरअसल, सातवें दिन सुबह-सुबह एक छोटे से केले के पेर को कोला बौ के रूप में पूजा जाता है। उसे साड़ी पहनाकर तैयार किया जाता है और उसकी भी पूजा होती है।
कोलकाता फूड, स्ट्रीट रोल
जरूरी नहीं है कि आप हर दिन बड़े रेस्तरां में खाना खाने जाएं, लेकिन कोलाकाता का स्ट्रीट फूड बहुत रोचक है। पंडालों के बाहर लंबी कतारों में खाने की कई चीजों के स्टॉल आदि लगते हैं। आप बस हाथ में एक वेज रोल लेकर आप पूजा का लुत्फ उठा सकते हैं। सभी अपने परिवार के साथ बाहर ही खाना खाते हैं। रेस्तरां में लंबी लाइन लगती है। महिलाओं को घर में खाना बनाने से छुट्टी मिल जाती है। वे कुछ दिन अपने किचन से बाहर होती हैं और परिवार के साथ बाहर खाना खाती हैं।