कोलकाता में काली पूजा के दौरान मौजूद रहे 75 चीनी सैनिक! भारत में दुर्गा पूजा का विषेश महत्व है और सबसे ज्यादा है पश्चिम बंगाल में, इसके अवाला यहां काली पूजा का भी विषेश महत्व है, आपको बता दें कि जब पूरा देश दीपावली की पूजा कर रहा था, तब यहां काली की पूजा की जा रही थी। काली पूजा भारत में ही नहीं चीन तक फेमस है। दुर्गा पूजा की ही तरह काली पूजा पर भी अलग-अलग तरह के पंडाल बनाए जाते हैं और देवी को विभिन्न स्वरूपों में दर्शाया जाता है। काली या “श्यामा” की पूजा में भी हर त्योहार की तरह चीनी लतर और पटाखे अहम भूमिका निभाते हैं लेकिन चीनी इतिहास का शायद ही इससे कोई संबंध हो। लेकिन कोलकाता के साल्ट लेक स्थित बीएल ब्लॉक में एक अनोखा काली पंडाल नजर आया। इस पंडाल में चीन के शियान प्रांत की प्रसिद्ध टेराकोटा सैनिकों की नकल पर 75 चीनी टेराकोटा सैनिक बनाए गए जो माँ काली की रक्षा कर रहे थे।
चीन के पहले राजा किन शी हुआंग की कब्र में टेराकोटा के बने करीब आठ हजार सैनिक, 130 रथवाले, 520 घोड़े और 150 घुड़सवार सैनिक उनके साथ दफन किए गए थे।