कोलकाता में काली पूजा के दौरान मौजूद रहे 75 चीनी सैनिक!

कोलकाता में काली पूजा के दौरान मौजूद रहे 75 चीनी सैनिक!

चीनी टेराकोटा वाले पंडाल में पूजा व्यवस्थापक ने बताया कि काली बुराई से रक्षा की प्रतीक हैं। शियान में जो टेराकोटा सैनिक मिले हैं वो चीन के राजा के संग दफन किए गए थे ताकि वो मृत्यु के बाद उनकी रक्षा कर सकें।”  आम तौर पर काली की मूर्तियां काली होती है लेकिन आजकल के पंडालों में उनका रंग रूप काफी अलग अलग नजर आता है।

चीनी मान्यता के अनुसार शियान प्रांत में दफन चीन के पहले राजा किन शी हुआंग की कब्र में टेराकोटा के बने करीब आठ हजार सैनिक, 130 रथवाले, 520 घोड़े और 150 घुड़सवार सैनिक उनके साथ दफन किए गए थे। माना जाता है कि इन्हें 210-09 ईसा पूर्व में राजा के संग दफन किया गया था। इनकी खोज 1974 में स्थानीय किसानों ने की थी। सैनिकों के अलावा टेराकोटा के बने दूसरी मूर्तियां भी राजा के कब्र से मिली हैं। माना जाता है कि वो अन्य दरबारियों के प्रतीक के तौर पर दफन की गई हैं।

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