बुधवार को पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के बाद वीरवार को एक साथ 24 लोगों की शव यात्रा निकाली गई। यह मंजर देखकर गांव का हर शख्स रो पड़ा। इस दौरान गांव के किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। उधर, श्रमिकों की शव यात्रा में मप्र के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन, सांसद बोध सिंह भगत, कलेक्टर भरत यादव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। बुधवार को बालाघाट से 8 किमी दूर गांव खैरी में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके से 25 लोग जिंदा जल गए।

वीरवार को हीरापुर में एक साथ 24 लोगों का अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि धमाके के बाद शव आसपास के 500 मीटर के क्षेत्र में बिखर गए। हालात इतने भयावह थे कि शवों की पहचान भी मुश्किल हो रही थी। फैक्ट्री में अधिकतर महिलाएं ही काम कर रही थीं।

दमकल वाहन और पुलिस बल के साथ ग्रामीणों ने मिलकर आग को काबू किया इसके बाद शवों को निकाला। शव के अंग-भंग हो जाने से मृतकों की सही संख्या का पता देर रात तक नहीं चल सका है। वहीं प्रशासन फैक्ट्री में काम करने वालों के नाम पता करने में जुटा रहा।

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