रंगों और खुशियों के त्योहार होली रंगों के बगैर नामुंकिन है। सदियों से इस रंगो के त्योहार की परंपरा चलती आ रही है। इसमें लोग एक दूसरे को रंग व गुलाल लगाकर बधाई देते हैं। लेकिन बाजार में मौजूद आजकल के रंगों में भारी मात्रा में केमिकल होता है जिससे आपको कई तरह की स्वास्थ्य और सौंदर्य संबंधी परेशानियां पहुंच सकती हैं। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कैसे इन हानिकारक रासायनिक रंगों के बिना आप होली का मजा ले सकें।

भारती तनेजा की कंपनी आल्प्स समूह की कार्यकारी निदेशक इशिका तनेजा ने हर्बल रंग बनाने के संबंध में ये सुझाव दिए हैं, जिनसे होली खेला जा सकता है:

  • मेहंदी की पत्तियों को पानी में डालकर रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह उस पानी से आप होली खेल सकते हैं।
  • चुकंदर के कुछ टुकड़ों को एक कप पानी में उबाल लीजिए और फिर अगले दिन इससे होली खेलें।
  • पालक को पानी में भिगों दीजिए और फिर रंग हरा हो जाने पर उस पानी से होली खेलें।
  • लाल रंग के फूलों को पानी में भिगो दे इससे पानी का रंग हल्के पीले रंग का हो जाएगा।
  • अगर आप सूखे रंग से होली खेलना चाहते है तो चावल के आटे में फूड कलर मिला लीजिए और इसमें दो छोटा चम्मच पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इसे सूखने के लिए छोड़ दें और फिर इसे मिक्सर में पीस लीजिए, इससे यह पाउडर बन जाएगा और इससे होली आप होली खेल सकते हैं।
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