“मुझे भारतीयों से नफरत है। वे एक क्रूरतापूर्ण धर्म को मानने वाले क्रूर लोग हैं। खरगोश की तरह प्रजनन करने के लिए उनकी खुद की गलती है।”- विंस्टन चर्चिल
ये वाक्य हमारे नहीं बल्कि एक समय में ब्रिटिश के प्रधानमंत्री रहे विंस्टन चर्चिल के हैं ये पढ़कर ही आप अंदाज़ा लगा सकते हैं की ब्रिटिश काल में हमारे देश के लोगो का क्या हाल रहा होगा। ब्रिटिश एक क्रूर आर्थिक नीति के साथ भारत आए थे उनका मकसद ही हमारे ऊपर राज करना और यहां मौजूद संसाधनों को लूटने का था। ब्रिटिश काल मे भारतीयो का हाल बहुत बुरा था परंतु सबसे खराब हालत बंगाल के लोगो का था उस समय पूरा भारत बढ़ती हुई जनसंख्या और कृषि की समस्या से जूझ रहा था, जिससे भारत में भुखमरी भी बढ़ती जा रही थी। ऐसे में जब दोनों विश्व युद्ध में ब्रिटिश सरकार ने आधे से ज़्यादा भारतीय लोगो को ज़बरदस्ती युद्ध में झोंक दिया जिसमें लगभग 1करोड़ लोगो ने अपनी जान गवाई थी।
विंस्टन चर्चिल अपनी क्रूर नीतियों और भारतीयो के लिए उसकी नफ़रत से भी जाना जाता था। उसने युद्ध में हुई क्षति से यूरोप को बचाने के लिए पूरे भारत को इसमे झौंक दिया था। विंस्टन चर्चिल ने पूरे भारत मे नरसंहार मचा रखा था। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत की बिगड़ते हालातो को देख कर कुछ अधिकारियो ने चर्चिल को एक चिट्ठी लिखी थी जिसमे भारत की हो रही दुर्दशा के बारे में लिखा था, परंतु चर्चिल ने हंसते हुए जवाब दिया की “तो अभी तक क्या गांधी नहीं मारा” इससे जवाब से ही आप ये समझ सकते है कि आज़ादी के क्या मायने हैं हमारे जीवन में अगर आज भी हम गुलाम होते तो क्या आज आप और हम इसी तरह अपना जीवन जी रहे होते? सोचिए।