इस दुनिया के हर देश में अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए कई कानून बनाए गए हैं और इन कानूनों का पालन सुचारू रूप से कराने के लिए सजा का भी प्रावधान किया गया है। लेकिन इन सजाओं में फांसी की सजा सबसे बड़ी सजा मानी जाती है। जिसके नाम से ही अपराधी किसी अपराध को करने से घबराता है। हमारे देश का कानून कहता है की 100 गुनेगार बच जाएँ पर एक निर्दोष को फांसी ना हो। अपराधी के लिए कोई सबसे बुरी चीज है तो वो है फांसी की सज़ा। आपने कई बार अपराधी को फिल्मों में फांसी के फंदे पर लटकते देखा होगा l पर क्या आपने ये बात देखी है फांसी के फंदे पर अक्सर अपराधई को सूर्योदय से पहले लटकाया जाता है, या क्यों फांसी के समय पर कुछ ही लोग होते हैं ? जाने फांसी से जुड़ी ऐसी ही कुछ ख़ास बातें l
सुबह ही क्यों दी जाती है फंसी ?
1- जेल प्रशासन के लिए सबसे बड़ा काम है फांसी देना। इसलिए इसको सुबह ही निपटा दिया जाता है, ताकि फिर इसकी वजह से दिन के दूसरे काम प्रभावित ना हों।
2- जिसको फांसी की सज़ा सुनाई जाती है, जरा सोचिए उसके लिए सज़ा सुनाने से लेकर फांसी के दिन तक का समय कितना कठिन होता होगा, तो इसी बात को ध्यान में रखते हुए फांसी सुबह दे दी जाती है।
3- एक कारण ये भी है की कैदी के घरवालों को इतना टाइम मिल जाए कि वो अंतिम संस्कार की तैयारी कर लें ।
4- किसी को फांसी होना समाज के लिए एक बड़ी खबर है, मीडिया और समाज सुबह के समय इतने सक्रिय नही होते, इसीलिए भी मुजरिम को सुबह के समय फांसी दी जाती है l