विवादों में महिलाओं का खतना ! महिलाऔं को खतना के कारण कई समस्याओ को सामना करना पड रहा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रिटेन और फ्रांस में 20,000 युवा महिलाएं खतने के कारण फीमेल जेनिटल म्युटिलेशन यानी महिला जननांगों की विकृति का शिकार हो रही है।

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ऐसी मान्यता है कि इससे महिलाओं की यौन-इच्छा घटती है और उसके विवाहेतर संबंध बनाने की संभावना कम रहती है। खतने के दौरान जटिलताएं होने से मौत हो सकती है और संभोग तथा बच्चे पैदा करना बेहद पीडादायक हो सकता है। हांलांकि ब्रिटेन और फ्रांस में 80 के दशक से ही खतना अवैध घोषित है।

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खतने की तकलीफ से गुजर चुकी ग्लास्गो निवासी अयाना के अनुसार शारीरिक संबंधों में या बच्चा पैदा करने में भी इतना कष्ट नहीं झेलना पडता जितना खतने में होता है। अयाना ने जबरन शादी से बचने और अपनी बेटी को खतने से बचाने के लिए राजनीतिक शरण ले ली है। लेकिन अभी भ्भी ग्लास्गो में ऎसी कई महिलाएं हैं जो अभी भी अपनी बेटियों का खतना कराती हैं।

क्या होता है महिलाओं का खतना

महिलाओं के खतने में महिला जननांगों के क्लिटोरिस का हिस्सा काट दिया जाता है। इसको इस तरह से भी कह सकते हैं कि खतने में महिला जननांग का बाहर रहने वाला सारा हिस्सा काट दिया जाता है और मात्र मूत्रत्याग और रजोस्त्राव के लिए छोटा द्वार छोड दिया जाता है।

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