मिल गया पाताल लोक का रास्ता, जानिए कहां , नर्मदा नदी को पाताल नदी कहा जाता है। इस नदी के भीतर ऐसे कई रास्ते हैं, जहां से पाताल लोक जाया जा सकता है ? हालांकि समुद्र में भी ऐसे कई रास्ते हैं, जहां से पाताल लोक पहुंचा जा सकता है।
क्योंकि धरती के 75 प्रतिशत भाग पर तो जल ही है। पाताल लोक कोई कल्पना नहीं। पुराणों में इसका विस्तार से वर्णन मिलता है। पुराणों में वर्णित है कि पृथ्वी के नीचे सात लोक हैं जोकि क्रमश: अतल, वितल, सुतल, रसातल, तलातल, महातल और पाताल। कहते हैं कि जोधपुर के पास भी ऐसी कई गुफाएं हैं जिनका दूसरा सिरा आज तक किसी ने नहीं खोजा। इसके अलावा पिथौरागढ़ में भी हैं पाताल भुवनेश्वर गुफाएं। यहां पर अंधेरी गुफा में देवी-देवताओं की सैकड़ों मूर्तियों के साथ ही एक ऐसा खंभा है, जो लगातार बढ़ रहा है। बंगाल की खाड़ी के आसपास नागलोक होने का जिक्र है। यहां नाग संप्रदाय भी रहता था। पुराणों में नाग संप्रदाय का उल्लेख नाग लोक के रूप में किया जाता है। जो धरती के अंदर ही है।