एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रेंजर्स के बदले पाकिस्तान आर्मी ने अपना नियंत्रण कायम कर लिया है। हालांकि, यह साफ है कि सीमा पर काफी गतिविधियां हो रही हैं और नियमित तौर पर कई गाड़ियां सैनिकों और हथियारों को ला रही हैं। पिछले आठ-नौ दिनों से ऐसा चल रहा है।’ इस बारे में कोई खुफिया जानकारी नहीं है कि आखिरकार पाकिस्तान आर्मी क्या कर रही है लेकिन इतना साफ है कि वह अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सैन्य क्षमता बढ़ा रही है।
सीमा पर लगातार तनाव बनाए रखने के पाकिस्तान के कदम को पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल राहील शरीफ से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, राहील इस महीने के आखिर में रिटायर होने वाले हैं और माना जा रहा है कि खुद को और ज्यादा वक्त तक पद पर बनाए रखने के लिए वह ऐसा करवा रहे हैं। सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘जनरल शरीफ ने सीमा पर इस संकट को पैदा किया है और वह इसका फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि अपने उत्तराधिकारी पर फैसला कर सकें।’