एक ऐसा मॉल भी है जहां लगी मूर्तियां लोगो से खुद दोस्ती करती हैं और वो भी बोलकर यकीन नहीं होता तो आप खुद ही देख लीजिये कोलंबिया का एक ऐसा मॉल जहां ऐसी मूर्तियां लगी हुई हैं, जिसे देखने के बाद लोग दंग रह जाते हैं क्योंकि ये मूर्तियां बात करती हैं।

इन मूर्तियों को रखने का उद्देश्य औरतों को शॉपिंग के दौरान ‘ब्रेस्टफीडिंग’ के लिए बढ़ावा देना है। कोलंबिया का ये मॉल भारत के कई मॉल्स को अपनी ‘मूर्तियां’ दिखाकर चैलेंज कर रहा है। इस मॉल का नाम है ‘सेंट्रो मेयर शॉपिंग मॉल’ जिसके हर एक सेक्शन में ऐसी मूर्तियां खड़ी हैं।

जब ‘आस्ट्रेलिया की सांसद’ संसद भवन के कार्यकाल के समय ब्रेस्टफीडिंग कराके एक संदेश दे सकती है तो ये अनबोल मूर्तियां क्यों नहीं?  इन मूर्तियों को लगाने के पीछे उद्देश्य है कि कोई भी औरत शॉपिंग के दौरान कंफर्टेबल होकर ब्रेस्टफीडिंग करा सके।

इस मॉल के ओनर का कहना है कि वो चाहती हैं कि उनके म़ॉल को लोग इस काम से भी जानें कि ‘एक ऐसा मॉल जहां औरतें शॉपिंग के वक्त खुलकर ब्रेस्टफीड करा सकती है’। ये जगह पर मां और बच्चा दोनों के लिए आरामदायक और अच्छी है। कोलंबिया के 49 परसेंट बच्चे यूनीसेफ के द्वारा फीड किए जाते हैं। 81 परसेंट बच्चों को ही मां के दूध से आहार मिल पाता है, ये सब कुछ देखते हुए कोलंबिया के इस म़ॉल ने ऐसी पहल की है ताकि मांओ के अंदर से वो शर्म कम की जा सके और उन्हे ब्रेस्ट फीडिंग को लेकर जागरूक किया जा सके।

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