पढ़ाई के लिए कोई उम्र नहीं होती और इस बात का जीता जागता उदाहरण है अनन्या वर्मा जो लखनऊ के एक छोटे से परिवार में रहती है। आज कल के बच्चे अपनी चतुराइयों और कौशल में बड़े लोगों को भी पीछे छोड़ देते हैं। फर्राटेदार अंग्रेज़ी की बात हो या संस्कृत के कठिन शब्दों को कंठस्थ करना हो आजकल के छोटे बच्चे ये सब काम बड़े ही आसान तरीके से कर लेते हैं।

अनन्या वर्मा की उम्र महज़ 4 साल है और पढ़ती हैं नौवीं कक्षा में। अनन्या ने इतनी कम उम्र में ही पूरी रामायण कंठस्थ कर रखी है। उसकी इस प्रतिभा को देखते हुए स्कूल प्राशन ने उसे कक्षा 9 में दाखला दे दिया।

हालांकि, साढ़े चार साल की छोटी सी उम्र में नवीं क्लास में दाखिले को लेकर अनन्या के परिवार, उसके स्कूल सेंट मिराज के प्रबन्धक ने जिले के डीआईओएस से लेकर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री से तक इन बच्चों की प्रतिभा को और निखारने और आर्थिक मदद देने की दरख्वास्त लगाईं है

अनन्या के भाई बहन भी पहले ऐसे कई कारनामे कर चुके हैं। अनन्या की बड़ी बहन सुष्मा महज 15 साल की उम्र में एमएससी पास कर अब पीएचडी कर रही है।

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