अब सामान्य महिला ही नही, महिला पुलिस अधिकारी भी सुरक्षित नही है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां पुलिस स्कूल में ट्रेनिंग कर रही कई महिला डीएसपी ने ट्रेनर पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। महिला अधिकारियों का आरोप है कि उक्तम ट्रेनर उनसे हमारे पीरियड के बारे में रजिस्टर में लिखने के लिए कहता है इसके अलावा भी वह तरह तरह से उन्हें परेशान करने का कोई मौका नहीं छोड़ता। एक अखबार की खबर के अनुसार मामला रायपुर के चांखपुरी पुलिस ट्रेनिंग एकेडमी का है जहां फिलहाल कई डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी ट्रेनिंग कर रहे हैं। इनमें महिलाओं की भी काफी संख्या है। ट्रेनी अधिकारियों का आरोप है कि ट्रेनर उन्हें पीरियड के दिनों में लाइन से अलग खड़ा रहने को मजबूर करता है। मामला सामने आते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आरोपी अधिकारी को फिलहाल छुट्टी पर भेज दिया गया है। महिला अधिकारियों ने डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी नीलकंठ साहू पर यह आरोप लगाए गए हैं कि ट्रेनी अधिकारियों के अनुसार उक्त अधिकारी उन्हें परेशान करने का कोई मौका नहीं छोड़ता है। परेड के दौरान वह महिला अधिकारियों के बाल खींचने से भी परहेज नहीं करता। इसके अलावा स्वीमिंग पूल में अभ्यास करने वाली महिलाओं को गिनती के बहाने अक्सर बाहर बुला लेता है। एक अन्य ट्रेनी ने बताया कि वह ट्रेनिंग के दौरान चिल्लाकर अपने पीरियड की डेट रजिस्टर में लिखने के लिए कहता है। यहां तक की वह यह भी कहता है कि ‘पिछले महीने तो तुम्हारी डेट इस समय नहीं थी, मेरी पत्नी को तो कभी भी पीरियड के दौरान पेट में दर्द नहीं होता।’ इसके अलावा एक दिन उसने एक गर्भवती ट्रेनी पर यह कहकर कटाक्ष किया कि तुम्हारा ‘बेबी बंप’ तो दिखता नहीं है। मामला सामने आने के बाद आनन फानन में साहू को पुलिस हेडक्वार्टर से स्थानांतरण करते हुए पुलिस लाइन भेज दिया गया।

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