लोगों ने इसे कब्र से निकाला ताे उसकी सांसे चल रही थी। वे अभी अास-पास पूछ ही रहे थे कि तभी उसी फै़क्ट्री में काम करने वाली एक मां ने इस बच्चे की ज़िम्मेदारी ली। उसने खुद काे इस निर्मम काम की दाेषी ठहराया। 25 साल की इस लड़की की शादी नहीं हुई है और ये बच्चा उसे अफ़ेयर से हुआ है। ऐसे ही किसी अफ़ेयर से उसका एक और बच्चा भी है। एेसे में उसका कहना था कि वो अपने पेरेंट्स के साथ रहती है और उसके घरवाले एक और बच्चे को नहीं अपनाते।
लेकिन सवाल ये उठता है कि किसी भी इंसान को इस तरह किसी की जिंदगी के साथ खेलने का हक़ नहीं है। अगर आप किसी को पाल नहीं सकते, तो उसे किसी अनाथालय में दे सकते थे। इसमें उस मासूम का क्या दाेष, जाे बिना किसी गलती के उसे ये सजा मिले। फ़िलहाल महिला को पुलिस स्टेशन ले जाया गया है, जहां पुलिस महिला से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।