6 साल पहले किया था 14 साल की बच्ची का अपहरण, अब मिली तो बन चुकी है 3 बच्चों की मां , इटारसी में पुलिस ने मासूम बच्चियों का अपहरण कर शादी के नाम पर उनका सौदा करने वाले तीन सदस्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर छह साल पहले इटारसी एवं एक माह पहले केसला से लापता हुई दो किशोरियों को बरामद कर परिजनों के हवाले किया है। मामले में किशोरी से शादी रचाने वाला कथित पति भी गिरफ्तार हुआ है। खास बात यह है कि पीड़िता छह साल बाद बालिग हो चुकी है, साथ ही तीन बच्चों की मां बन चुकी है।

मुखबिर सूचना पर इटारसी के जगदंबा मैरिज गार्डन में शंकर कीर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पूछताछ में शंकर के खुलासे के बाद पुलिस टीआई भूपेन्द्र सिंह मौर्य के निर्देशन में एसआई अंजना भलावी, एएसआई केएन रजक, प्रधान आरक्षक रेखा मुनिया, गुलशेर खान उसे लेकर बेगमखेड़ी गई। यहां देवीसिंह की तलाश हुई लेकिन पता चला कि वह पोलाए हाट गया है। रात में बड़ोदिया पुलिस की मदद से दोबारा दबिश में देवीसिंह भी धरा गया। देवीसिंह ने बताया कि उसके जीजा नारू कीर के सहयोग से लड़की को बेचा गया। नारू पकड़ाने से पहले फरार हो गया। शंकर और देवीसिंह के साथ पुलिस तिनोनिया पहुंची यहां लड़की के खरीददार उदयसिंह ठाकुर से महिला की नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया गया।

साल 2011 में डोंगरवाड़ा निवासी शंकर कीर की एक महिला मजदूर से जान-पहचान हुई थी। महिला की 14 वर्षीय बच्ची से मुंहबोले मामा का रिश्ता बनाकर शंकर नर्मदा स्नान के नाम पर उसे होशंगाबाद ले गया। सेठानीघाट पर शंकर के साथी कजलास निवासी हरिओम कीर की मोटरसाइकिल से आरोपी बेहोशी की दवा पिलाकर बच्ची को हरिओम के रिश्तेदार बेगमखेड़ी जिला शाजापुर निवासी देवी सिंह कीर के घर ले गया। तीन दिन बंधक बनाने के बाद बेगमखेड़ी के नारू कीर एवं देवीसिंह की मदद से शंकर और हरिओम ने ग्राम तिनोनिया बरोठा जिला देवास के उदयसिंह ठाकुर से इकलेहरा मंदिर में 80 हजार रुपए का सौदा कर बच्ची को बेच दिया। इसके एवज में शंकर और हरिओम को 20-20 हजार रुपए दिए।

 

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