गर्भवती बेटी का दर्द नही बर्दाश्त कर पाया पिता साइकिल से पहुंचाया अस्पताल । आम आदमी की जिंदगी किसी संघर्ष से कम नही। लेकिन संघर्ष तब ज्यादा बढ़ जाता है जब आदमी को साधन होने के बावजूद साधन ना मिले। पिछले दिनों पत्नी के शव को लेकर कई मीलों तक चलने वाले युवक की घटना अभी थमी ही नही कि ऐसी ही एक और घटना ने सबको सिस्टम के प्रति सोचने पर मजबूर कर दिया है।
इस बार मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एंबुलेंस ना मिलने पर एक शख्स को अपनी गर्भवती बेटी को प्रसव पीड़ा के दौरान साइकिल पर बैठाकर अस्पताल ले जाना पड़ा।  दरअसल  46 वर्षीय नन्हेभाई ने 22 वर्षीय बेटी पार्वती को प्रसव पीड़ा होने पर सरकारी एंबुलेंस को कॉल किया। लेकिन जब कॉल करने पर भी कोई जवाब नहीं मिला तो मजबूरन नन्हेलाल को बेटी को साइकिल पर बैठाकर ही 6 किलोमीटर दूर अस्पताल ले जाना पड़ा। जहां पार्वती ने बेटी को जन्म दिया। सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि जब बेटी ने बच्चे को जन्म दे दिया तो उसे साइकिल पर ही वापस घर लाना पड़ा।
इस घटना ने सबको हैरान कर दिया है। वही राज्य सरकार ने भी इस मामले के लेकर जांच के आदेश दिए हैं।
No more articles