बहू चीखी तो सास दौड़ी लेकिन तब तक देर हो चुकी थी , कोरबा में जीआई तार में गीले कपड़े सूखाते वक्त बहू करंट की चपेट में आ गई। चीख सुनकर बचाने दौड़ी सास बहू को जैसे ही अलग करने प्रयास किया, वह भी चपेट में आ गई। भागकर घर का ही एक सदस्य आंगन में पहुंचा और सूझबूझ से उसने बांस से दोनों को जीआई तार से अलग किया। गंभीर अवस्था में सास-बहू को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया, पर रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। एक साथ परिवार के दो सदस्य की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
करंट की चपेट में आने से लता की चीख सुन पास में ही काम कर रही उसकी सास शिवकुमारी (45) भागकर पहुंची और आव देखा न ताव सीधे उसे खींचने की कोशिश की, इस चक्कर वह भी करंट की चपेट में आकर चिपक गई। उस वक्त घर पर छोटा पुत्र सुनील कुमार (22) मौजूद था। उसने समझदारी दिखाते हुए घर के अंदर से सूखा बांस लाया और उससे एक-एक कर दोनों को अलग किया। तब तक वे बुरी तरह झुलस चुके थे। आनन-फानन में जिला अस्पताल भेजा गया, पर यहां चिकित्सकों ने परीक्षण उपरांत दोनों को मृत घोषित कर दिया।
बाल्को के डुग्गूपारा बस्ती में रहने वाले उमेंद दास की मंझली बहू लता बाई (21) रविवार की शाम घर के पीछे आंगन में स्थित कुएं में कपड़ा धो रही थी। आंगन में ही गीले कपड़ों को निचोड़ने के बाद एक साथ सूखाने के लिए रखा था। जैसे ही वह कपड़े सूखाने के लिए बांधे गए जीआई तार में गीले कपड़े डाली, करंट की चपेट में आ गई। बताया जा रहा है कि आंगन में लगाए गए बल्ब की तार बीच से छिल गई थी और वह हिस्सा जीआई तार से जा जुड़ा था।