हमारे समाज में आज भी किन्नरों को बहुत ही बुरी तरह से ट्रीट किया जाता है। किन्नर नाम सुनते ही मन में उनकी सड़कों पर पैसे मांगने वाली छवि ही सामने आती है। हम लोग उनको बुरा भला कहते तो हैं लेकिन सच्चाई यह है कि उनकी इस हालत के हम लोग ही जिम्मेदार हैं। केरल सरकार ने किन्नरों की दशा सुधारने के लिए एक बड़ा ही अनोखा कदम उठाया है। दरअसल कोच्चि मेट्रो रेल सेवा में करीब एक हजार महिलाओं और 23 किन्नरों को रोजगार दिया जा रहा है।
हाल ही में इन खास कर्मचारियों का एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो मल्यालम भाषा में तैयार किया गया है लेकिन इसके नीचे अंग्रेजी में अनुवाद लिखा गया है। इसमें किन्नर कर्मचारी अपील कर रहे हैं कि जब भी आप हमें देखें, दो बार न देखें, बस हमें काम करने वाले एक इंसान की तरह देखें। किन्नरों की यह अपील दिल छू देने वाली है। अकसर लोग किन्नरों को साधारण तरीके से नहीं देखते लेकिन कोच्चि मेट्रो ने उन्हे आगे बढ़ने का मौका दिया है।
गौरतलब है कि 17 जून को प्रधानमंत्री नरेंंद्र मोदी ने कोच्चि मेट्रो रेल का उद्घाटन किया था। इस दौरान पीएम ने कोच्चि मेट्रो में महिलाओं और किन्नरों को नौकरी देने के फैसले को सराहनीय कदम बताया था। मेट्रो में ट्रांसजेंडर्स को उनकी योग्यता के मुताबिक हाउस कीपिंग, टिकट काउंटर जैसे अलग-अलग विभागों में काम की जिम्मेदारी दी गई है। देश में शायद ये पहली बार हो रहा है कि सरकार के अंडर काम करने वाली एक कंपनी इतनी ज्यादा संख्या में थर्ड जेंडर लोगों को नौकरी दे रही है।