स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का गठन अप्रैल 1977 को यूपी के अलीगढ़ में हुआ, इसका फाउंडर प्रेजिडेंट मोहम्मद अहमदुल्ला सिद्दीकी था।
हालांकि, अगस्त 2008 में, एक विशेष न्यायाधिकरण में सिमी पर प्रतिबंध हटा लिया। ये प्रतिबंध बाद में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 6 अगस्त 2008 को बहाल किया गया।
2015 में वर्तमान मोदी सरकार ने सिमी पर प्रतिबंध अनिश्चितकालीन समय हेतु बढा कर सिमी के खिलाफ कार्यवाही सख्त करके बढा दी है।
मप्र से सिमी का गहरा कनेक्शन रहा है। देशभर में सिमी के सबसे ज्यादा कायकर्ताओं की गिरफ्तारी मप्र से ही हुई है।
सिमी के साथ ही करीब दस वर्ष पहले क्रिकेट मैच देखने के नाम पर वीजा लेकर भारत आये पाकिस्तानी नागरिक भी अब सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर हैं। यह लोग भारत आये तो लेकिन वापस नहीं गए। इनकी संख्या करीब 400 के करीब है।