कामकाजी महिलाएं इन बीमारियों से रहे सावधान! इस भागदौड़ भरे जीवन में महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आपको ये जानकर दुख होगा लेकिन कामकाजी महिलाओं का लगभग एक तिहाई हिस्सा बीमारियों की चपेट में है।
एक सर्वे के अनुसार 20 से 40 वर्ष तक की महिलाओं में लाइफ स्टाइल डिसीज का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इसलिए आप भी रहे इन बीमारियों से सावधान।
1. डिप्रेशन – कामकाजी महिलाओं में डिप्रेशन की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसका मुख्य कारण घर और कार्यस्थल पर काम का दबाव अधिक होना है। इसके अलावा दोनों ओर की अपनी चिंता और निजी जीवन की कई चीजें मिलकर महिलाओं को अत्यधिक तनाव देने का काम करती हैं। ऐसे में कई बार नींद भी बुरी तरह से प्रभावित होती है, और अगर धूम्रपान की आदत हो, तो यह समस्या और बढ़ सकती है।
2. मोटापा – महिलाएं अत्यधिक काम की वजह से भोजन करने की बजाए, भूख मिटाने के लिए जंक फूड का प्रयोग करती हैं, जिसमें पोषक तत्वों की पूर्ति नहीं हो पाती, और सेहत को उल्टा नुकसान ही होता है। ऑफिस में भी बहुत ज्यादा चलना फिरना नहीं हो पाता। ऐसे में मोटापा बहुत आसानी से अपनी जगह बना लेता है और बाद में थाइरॉइड बन जाता है।
3. ब्लड प्रेशर – शरीर और रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक हो जाने के कारण ब्लडप्रेशर की समस्या जन्म लेती है। ऐसे में धूम्रपान या अल्कोहल इस समस्या को और अधिक बढ़ाने में मदद करता है।
4. डाइबिटीज – वजन बढ़ने और भोजन में प्रोटीन व फाइबर की कमी व रिफाइंड के साथ फैटी फूड की अधिकता से शरीर में ग्लूकोज का स्तर भी बढ़ता है, जिससे डाइबिटीज की समस्या सामने आती है।