ये तो सब जानते है कि गाली देना समाज के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। गाली देने वाले को हम गन्दा इंसान समझते हैं लेकिन क्या आप जानते है कि गाली देना कभी कभी खुद के लिए बहुत फायदेमंद भी होता है। हर वक़्त बिना वजह गाली देना सही नहीं है। लेकिन गुस्से में गाली देने के फायदे बहुत सारे है। ज्यादा गुस्सा, अत्याचार या अधिक तनाव में गाली देने से कई फायदे होते है तो आइए आज हम आपको बताते है गुस्से में गाली देने के क्या फायदे है।

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आपने देखा होगा कि गुस्से के समय शांत रहने वाले इंसान डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। हर बात से चिढने लगता है जबकि गाली देकर लड़ाई खत्म करने वाला बाद में शांत और खुश नजर आता है। गुस्से में गाली देना खुद के दिल और दिमाग को संतुष्ट रखता है, जिससे शरीर के अंदर की स्थिति नियंत्रण में आ जाती है।

गाली देना

गाली नहीं देने वाले इंसान से ज्यादा जोशीला बना रहता है, क्योकि गाली देने से शरीर के अंदर जो गुस्से का दबाव होता है वह बाहर निकल जाता है। गाली शरीर में गुस्से के दौरान उत्पन्न होने वाले नुकसानदायक केमिकल को कम करता है और अधिक मात्र में बनने से भी रोकता है।

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अत्याचार की स्थिति में या लड़ाई की स्थिति में हमारे दिमाग पर मानसिक तनाव बढ़ता है, लेकिन जब हम उस स्थिति में जी भर कर गाली दे देते हैं तो गाली देने से मानसिक तनाव अपने आप कम होने लगता है। गुस्से में रक्त का दबाव बढ़ता है और उससे सांस फूलने लगती है, जबकि गुस्से के समय गाली देते रहने से रक्त संचार संतुलित बना रहता है।

खुद को स्वस्थ रखना है तो क्रोध और तनाव की स्थिति में दिल खोल कर, जी भर कर, चिल्ला चिल्ला कर गाली दीजिये और तब तक गाली दीजिये जब तक आप संतुष्ट ना हो जाए। आपके दिमाग में नुक्सान दायक केमिकल बनना बंद ना हो जाए।

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