सेक्स लाइफ हो जाएगी फुस्स, अगर लगातार करते रहे वो वाला काम , बदलती जीवनशैली लोगों के पिता बनने की काबिलियत छीन रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से किए जा रहे शोध में ये निष्कर्ष सामने आया है। इसके अनुसार, ड्रग्स, केमिकल, नशीले पदार्थों का सेवन और आधुनिक जीवनशैली दांपत्य जीवन में जहर घोल रहे हैं। इसके कारण सूबे के करीब 17 फीसद लोग नपुंसकता के शिकार हो रहे हैं।
शोध में खुलासा हुआ है कि दांपत्य जीवन के आरंभ में परिवार के सदस्य एक-दो साल संतान के इंतजार में गुजार देते हैं। उन्हें नपुंसकता का पता तब होता है, जब नीम-हकीम से परामर्श लेते हुए डाक्टर के पास जांच कराने पहुंचते हैं। तब तक इतना समय गुजर चुका होता है कि संतानोत्पत्ति लगभग असंभव हो जाती है।