खेतों में रासायनिक उर्वरक और कीटनाशक के छिड़काव से जहर का अंश शरीर में स्पर्म निर्माण को बाधित करता है। कम उम्र अथवा युवा अवस्था में नशे का अधिक सेवन करने से गुण सूत्र की कमी होने लगती है। आधुनिक जीवनशैली में युवा तनाव से ग्रसित हो रहे हैं, जिसका असर शरीर में शुक्राणु निर्माण तंत्र पर पड़ता है। देर से शादी की प्रचलन भी एक कारण है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वर्ष 2013 में पुरुषों में नपुंसकता के कारणों के अध्ययन की परियोजना अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना के पैथलॉजिकल विभागाध्यक्ष डा. अजीत कुमार सक्सेना को सौंपी थी।