आयुर्वेद में ग्रीन टी को एक बेहद असरकरक दवा के रूप में बताया गया है। इसे पीने के हजारों फायदे आप रोजाना सुन सकते हैं। टीवी पर विज्ञापन भी इसे इसी तरह पेश करते हैं, जैसे ये सेहत का सबसे बड़ा खज़ाना है और इसे पीते ही आप स्लिम-ट्रिम और फ़िट हो जायेंगे।लेकिन वो कहते हैं न कि किसी भी चीज़ की अति अच्छी नहीं होती, बस इसी तरह अगर इसका सेवन भी ज़्यादा किया जाये, तो मामला उल्टा पड़ सकता है।

1. डायबिटीज़ की हालत में

 

इसे कम मात्रा में लेने पर भी शरीर का शुगरलेवल गड़बड़ा सकता है, जिससे चक्कर आने और सीने में जलन जैसी समस्याएं होती हैं। इससे Adrenaline ज़्यादा बनने लगता है, इसलिए उच्च-रक्तचाप से पीड़ित लोगों के लिए भी ये अच्छी नहीं है।

 

2. अरक्तता

Anaemic लोगों को इससे परहेज़ करना चाहिए, क्योंकि ये आयरन के अवशोषण को रोकता है।

 

 

3. नींद ना आने की स्थिति में

इसे पीने से नींद नहीं आती और Adrenaline ज़्यादा बनने लगता है। जिन्हें अनिद्रा की समस्या है, उनकी समस्या इसके सेवन से और बढ़ सकती है।

 

4. गर्भावस्था में

इसमें कैफ़ीन होता है, जो मां के ज़रिये बच्चे के खून में भी जा सकता है। इसे बच्चे की बॉडी आसानी से Metabolize नहीं कर पाती और ये आगे चल कर बच्चे के विकास में भी बाधक बन सकता है।

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