बुद्धा डाइट अपनाएंगी तो ऐसी सेक्सी फिगर पाएंगी कि पूरा मोहल्ला देखेगा , डायट प्लान की बात की जाये तो ऐसा माना जाता है कि बुद्ध पहले ऐसे शख्स थे जो एक संतुलित आहार योजना का अनुपालन करते थे। प्राचीन काल की अद्भुत बुद्धिमत्ता और आधुनिक काल की तकनीक का शानदार समिश्रण है बुद्ध डाइट प्लान। इस आहार योजना से आप आसानी से और तेजी से अपना वजन घटा सकते हैं। इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
इस आहार योजन में खाने के लिए समय का निर्धारण है, हालांकि इसमें शुरू में समस्या हो सकती है लेकिन धीरे-धीरे आदत पड़ जायेगी। शुरू के दो सप्ताह केवल 13 घंटे के अंदर ही खायें। तीसरे सप्ताह इसे कम करके 12 घंटे करें और धीरे-धीरे मात्र 9 घंटे पर आयें। यानी सुबह का नाश्ता आपने अगर 9 बजे किया है तो शाम का आखिरी भोजन 6 बजे तक हो जाना चाहिए। इसके बाद न खायें। विज्ञान भी मानता है सोने से जितना पहले आप खायेंगे उतना अच्छा रहेगा। इससे आपका खाना अच्छे से पच जायेगा और वजन नहीं बढ़ेगा।
विज्ञान भी मानता है कि अगर हम रोज एक ही तरह के आहार का सेवन करें तो मेटाबॉलिज्म का स्तर कम होने लगता है और भूख को बढ़ाने वाला हार्मोन भी असंमियत हो जाता है। इसलिए रोज एक ही तरह के नियम का पालन करने से बचें। बुद्धा डाइट सप्ताह में एक दिन पार्टी करने की इजाजत देता है।
नियमित व्यायाम करने से आप फिट और निरोग रहते हैं। लेकिन बुद्धा डाइट यह कहता है कि व्यायाम उतनी कैलोरी बर्न नहीं कर पाता जितना आप सोचते हैं। लेकिन नियमित व्यायाम वजन कम करने में मददगार है। इसलिए सुबह के वक्त व्यायाम करें। वही शोधों में भी यह साबित हुआ है कि सुबह खाली पेट व्यायाम करने से 20 प्रतिशत से अधित फैट बर्न होता है।
शोध में यह पता चला है कि अमेरिका के लोग 42 प्रतिशत से अधिक खाने को प्लेट में ही छोड़ देते हैं। यानी जब उनको लगता है कि पेट भर गया है तब वे खाना बंद कर देते हैं। बुद्धा डाइट में भी यह कहा गया है जरूरी नहीं कि आप प्लेट को खाली करें, जब आपको लगे कि पेट भर गया है खाना छोड़ दें, जबरदस्ती खाने से वजन बढ़ता है।
आप कब और क्या खा रहे हैं इसपर ध्यान देने की जरूरत है। इससे आप यह जान सकते हैं कि आपने कितनी मात्रा में क्या खाया है। इस आधार पर आप खुद के खाने पर नियंत्रण भी रख सकते हैं। बुद्धा डाइट प्लान एक प्रकार की सोच है जो इंसान को अंदर से मजबूत बनाता है।
बुद्धा डाइट योजना की सबसे खास बात यह है कि इसमें खानपान को लेकर किसी तरह की पाबंदी नहीं है। यानी आप जो चाहें वो खा सकते हैं। फिर भी यह ध्यान देना होता है कि आप जो भी खायें उसमें हेल्दी फैट, फाइबर, प्रोटीन के साथ दूसरे जरूरी मिनरल्स हों। कोशिश करें कि शुगर, प्रसेस्ड फूड का सेवन न करें। सप्ताह में केवल दो दिन ही ड्रिंक करें। शाम के वक्त ही भोजन कर लें, देर रात खाने से परहेज करें।