बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा ने मुंबई मिरर से बातचीत के दौरान महिलाओं के साथ हो रहे  शौषण पर अपनी बेबाक राय रखी। टीवीएफ फाउंडर अरुनाभ कुमार और निर्देशक विकास बहल पर लगे सेक्सुअल हैरासमेंट के आरोपों के बाद रणदीप इस मुद्दे पर खुलकर बोले। रणदीप का मानना है कि महिलाओं को इस मुद्दे पर खुलकर बोलना चाहिए। ऐसा न करने से अपराधी की हिम्मत बढ़ती है।

रणदीप ने कहा, ‘मुझे ये बात जानकर हैरानी होती है कि आज के दौर में भी महिलाएं वर्कप्लेस में सेक्सुअल हैरासमेंट का शिकार हो रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि बॉस होने से किसी को अपने मतलब के लिए इस्तेमाल करने का हक नहीं मिल जाता। यही बात महिलाओं पर भी लागू होती है। जिन महिलाओं के साथ ऐसा हुआ है उन्हें परिणामों की फिक्र किए बिना अपने लिए खड़ा होना पड़ेगा। सिर्फ वही खुद की मदद कर सकती है। अगर कोई आपको हैरेस करता है तो मैनेजमेंट के सामने इसकी बात रखें।’

रणदीप ने आगे कहा कि इन मामलों में सच्चाई का पता लगाना मुश्किल होता है, ऐसे में इसकी निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘इसका इस्तेमाल गलत तरीके से भी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि वर्कप्लेस पर क्या आपत्तिजनक व्यवहार है, इसके दिशा निर्देश हों और ऐसा होने पर महिलाओं को बताया जाए कि वो किससे बात करें। आप सही हैं या गलत, इसका आपके पोजिशन और जेंडर से कोई ताल्लुक नहीं होना चाहिए।’

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