एक दलित युवक के लिए उसका नाम ही उसकी मौत का कारण बन गया। मामला नई दिल्ली के बवाना का है। यहां ऊंची जाति के परिवार में उसके और पिता के नाम वाले शख्स रहते हैं। एक जैसा नाम होने की वजह से दलित युवक पर नाम बदलने का दबाव डाला जा रहा था। तंग आकर युवक ने खुदकुशी कर ली।

पोस्टमैन दलित युवक के बिजली के बिल, गाड़ी के चालान और अन्य डॉक्युमेंट गलती से आरोपी परिवार के घर दे जाता था। इन्हीं बातों को दलित युवक पर नाम बदलने का दबाव डाला जा रहा था। इसे लेकर दो दिन पहले झगड़ा हुआ था। सोमवार को भी दलित युवक को थप्पड़ मारा गया। इससे वह इतना आहत हुआ कि कुछ देर बाद पेड़ से लटककर खुदकुशी कर ली।

खुदकुशी करने वाले युवक का नाम विजय था। उनके पिता का नाम रामचंद्र है। बवाना के हरेलवी गांव में आरोपी परिवार विजय के घर से करीब 300 मीटर दूर रहता है। विजय के परिवार में पत्नी निर्मला देवी, तीन बेटियां अस्मिता (16), प्रेरणा (14), प्रिया (8) और एक बेटा रवित (6) है।

35 साल के विजय ने खुदकुशी से पहले विडियो भी बनाया। इसमें उसी ऊंची जाति के परिवार पर सबके सामने बेइज्जत करने के आरोप लगाए हैं। विडियो में और भी कई आरोपों का जिक्र है। विजय का पांच साल पहले भी नाम की वजह से झगड़ा हुआ था। उस समय गांववालों ने समझा बुझाकर मामले को शांत करा दिया था। पिछले कुछ वक्त से फिर वही परिवार नाम को लेकर टॉर्चर करने लगा। विजय अपनी गाड़ी चलाते थे। उसी से परिवार की गुजर बसर हो रही थी।

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