जब उर्वशी ने ऋषि को कहा नपुंसक! यू तो शास्त्रों में कई ऋषि-मुनि का बाख्यान किया गया है, लेकिन आज जिन ऋषि के बारे में हम आपको बताने जा रहे है उनके बारे में आपने सुना तो होगा, लेकिन एक वास्तविक सच नही जानते होंगे जो कि आज हम आपको बताएंगे। कहा जाता है पुरूरवा ऋषि स्वभाव के बेहद कोमल और कर्तव्य परायण थे। ब्रह्मांड के देवी-देवता भी उनकी प्रशंसा करते थे। पुरूरवा ऋषि के व्यवहार से प्रभावित होकर देवराज इंद्र की अप्सरा उर्वशी ने पुरूरवा ऋषि से विवाह का मन बन लिया और एक दिन धरतीलोक पर आकर उर्वशी ने ऋषि पुरुरवा से सामने विवाह का प्रस्ताव रख दिया। अप्सरा उर्वशी इतनी सुंदर थी कि उनकी सुंदरता पर पुरुरवा का दिल आ गया और उन्होने विवाह का प्रस्ताव तुरंत स्वीकार कर लिया।
विवाह के प्रस्ताव के साथ ही अप्सरा उर्वशी ने पुरूरवा ऋषि के सामने दो शर्ते रखी थी। पहली शर्त यह कि उनकी भेड़ों की रक्षा करना और कोई उनकी भेड़ लेकर गया तो वो उसी समय पुरुरवा को छोड़कर चली जाएगी। दुसरी शर्त यह कि प्रणय सम्बध के अलावा अगर पुरुरवा कभी भी वस्त्रहीन दिखाई दिए तो वो हमेशा के लिए इंद्रलोक चली जाएगी।