हवाई में दुनिया के सर्वाधिक सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक के करीब बने अनूठे मकान में आप भी रह सकते हैं। ज्वालामुखी से निकल कर जम चुके लावा के ऊपर एक ‘फोनिक्स हाऊस’ बनाया गया है।
यह अनूठा एक बैडरूम वाला मकान बिग आईलैंड पर माऊना लोआ नामक सक्रिय ज्वालामुखी से 4 मील दूर है। यह ज्वालामुखी सन् 1843 से लेकर अब तक 33 बार फूट चुका है। इसमें पिछला विस्फोट 1984 में हुआ था। बेशक यह स्थान बसने के लिए जरा भी उपयुक्त न लगे, इसके मालिक का दावा है कि इस मकान तथा इसके आसपास स्थित जमा हुआ लावा एक अलग ही दुनिया में रहने का एहसास प्रदान करता है।
फिलहाल 8000 रुपए प्रतिदिन चुका कर यहां पर रुकने का अनुभव प्राप्त हो सकता है। इसके लिए दिए गए विज्ञापन में लिखा है – ‘मकान चारों ओर लावा से घिरा है और हट कर वातावरण का एहसास देता है। समुद्र में लावा के मिलने से उठने वाले धुएं को खिड़कियों से आप भी देख सकते हैं जो तट के साथ नई जमीन बनाता जा रहा है। धुआं उगलता ज्वालामुखी, शानदार समुद्र और मीलों दूर तक फैले काले लावा के मैदान इस मकान से दिखाई देने वाले अन्य नजारे हैं।
इस मकान को ‘आॢटस्ट ट्री’ नामक कंपनी के विल बीलहार्ज नामक डिजाइनर ने डिजाइन किया है। उसका कहना है कि उसने यह मकान धरती मां के प्रति आदर प्रकट करने के मकसद से बनाया है। इस मकान में ज्यादातर लकड़ी का इस्तेमाल हुआ है। बड़ी खिड़कियों से प्राकृतिक रोशनी अंदर तक जाती है।
इसमें एक बैडरूम, लिविंग एरिया और बाथरूम है। इसकी रसोई भी सभी साजो-सामान से सज्जित है जिनमें गैस स्टोव से लेकर रैफ्रिजरेटर तक शामिल हैं। इसका नाम ‘फोनिक्स हाऊस’ उस रहस्यमयी पक्षी के नाम पर रखा गया है जिसके बारे में किंवदंती है कि वह मरने के बाद अपनी ही राख से दोबारा जिंदा हो जाता है।