आखिर क्यों इस आंगनवाड़ी में दौड़ कर

आखिर क्यों इस आंगनवाड़ी में दौड़ कर आ रहे है बच्चे, आपने अक्सर देखा होगा कि बच्चे अब आंगनवाड़ी में पढ़ने के लिए तैयार नही रहते है लेकिन बच्चों को अपनी और आकर्षित करने के लिए इंदौर में रहने वाली महिला ने एक ऐसी पहल निकाली की अब यहां पढ़ने के लिए बच्चों की लाइन लगी रहती है। हम बात कर रहे हैं आदिवासी बहुल देलमी गांव के आंगनवाड़ी की।

दरअसल, यहां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संगीता पटेल ने साइकिल के पहिए से एक शिक्षा यंत्र बनाया है। उसके एक ही पहिए पर अंग्रेजी, गणित, हिन्दी के वर्णों के साथ-साथ बच्चों को रंगों से परिचय कराया जाता है।

पहिया घुमाने के बाद जब वह तय जगह पर रुकता है तो बच्चे उसका नाम बताते हैं। पहिए घुमाने का हर बच्चे को इतना उत्साह रहता है कि उसके लिए नंबर लगाते हैं।

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