ये देश करता है कूड़े का आयात, जानिए क्यों , कूड़े की समस्या से निपटारा पाने के लिए भारत में चिंतन चलता रहता है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारें इस समस्या से निजात पाने के लिए बड़े-बड़े वादे और दावे करती हैं। लेकिन सच ये है कि जमीन पर कुछ खास नजर नहीं आता है। अदालतों की फटकार सुनने के बाद सरकार कार्रवाई की बात करती है। लेकिन, नतीजा किसी से छिपा नहीं है। वहीं दुनिया का एक ऐसा देश भी है जहां कूड़े की कमी चल रही है।

स्वीडन में ऐसा सिस्टम बनाया गया है, जिससे ठंड के दिनों में एक ही प्लांट सैकड़ों घरों का तापमान एक साथ बढ़ाने का काम कर सके। बड़े-बड़े पाइपलाइन से उष्मा(हीट) को घरों तक पहुंचाया जाता है। हीट पैदा करने के लिए कूडे़ का इस्तेमाल किया जाता है। स्वीडन सरकार ने ऐसी नीति बना रखी है, जिसके तहस ठंड के दिनों में यहां की प्राइवेट कंपनियों को भी वेस्ट और जलने वाला कूड़े का आयात करना होता है। स्वीडन अपने देश का कूड़ा जमीन में न के बराबर ही दबाता है।

स्वीडन में इन दिनों कूड़े की कमी चल रही है। इस कमी को पूरा करने के लिए वह दूसरे देशों से कूड़ा खरीदकर बिजली पैदा करने की जरूरत पूरी कर रहा है। पर्यावरण का ख्याल रखने में दुनिया के अग्रणी देशों मे स्वीडन का शुमार है। वह कूड़े का आयात अपने ‘स्टेट ऑफ द आर्ट प्लांट’ को चालू रखने के लिए कर रहा है। दरअसल यहां ज्यादा ठंड पड़ने के दौरान कूड़े को जलाकर राष्ट्रीय हीटिंग नेटवर्क के लिए इस्तेमाल की जाती है, जिससे अत्यधिक ठंड में यहां के घरों का तापमान रहने के अनुकूल रखा जा सके।

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