सेना के ग्रुप ने तुर्की में लोकतंत्र बचाने के नाम पर तख्तापलट कर दिया है और सत्ता को अपने कब्जे में ले लिया है। सेना से इस तख्तापलट के दौरान सबसे पहले पुलिस स्पेशल फोर्स के हेडक्वार्टर पर हवाई हमला किया। इस हमले में पुलिस के 17 अधिकारी मारे जाने की खबर है। शुक्रवार को तुर्की सेना ने सभी ब्रॉडकास्टर्स को ई-मेल भेजकर पूरे देश पर कब्जे का दावा किया है। तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तईप एर्दोगन को सुरक्षा कर्मियों ने किसी गुप्त स्थान पर भेज दिया है। तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिलदीरिम के अपील के बाद उनके सपोर्ट में तुर्की के नागरिक सड़क पर उतर आए हैं। इस्तांबुल में सरकार के समर्थन में उतरे लोगों पर सेना ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं है, जिससे कई नागरिकों को मारे जाने की भी खबर है। तुर्की के प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों को खुली छुट देते हुए कहा कि सेना को राकने के लिए जो भी कार्रवाई संभव हो वो किया जाए। सुत्रों के हवाले से खबर यह बी है कि राजधानी अंकारा में सेना के हेलीकॉप्टर से गोलीबारी की गई है। इसके अलावा विस्फोटों की आवाज भी सुनी गई है। यहां के मीडिय हाऊस और तुर्की के संसद में भी बम विस्फोट की खबर है।

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