इतिहास गवाह है, दुनिया में हमेशा से ही महिलाओं को पुरुषों से कम आंका गया है। हर बार किसी ना किसी बात पर उनको दबाया ही गया है। लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया महिलाओं की दशा में भी सुधार आता गया। आज हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों से किसी भी तरह से कम नहीं हैं। ऐसा ही एक और उदाहरण पेश किया है बांग्लादेश की एक महिला ने जो दुनिया समाज की परवाह किए बिना रिक्शा चला कर अपनी और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करती है।

इस महिला का नाम मोसमम्त है और पिछले 5 साल से बांग्लादेश की सड़कों पर रिक्शा चला रही हैं। मोसम्मत के 3 बच्चे हैं और अपने घर में वे अकेली ही कमाने वाली हैं। अपने बच्चों को पालना पोषना और साथ ही पढ़ाई लिखाई सब अकेले संभाल रही हैं मोसम्मत। लेकिन एक सवाल तो हर किसी के मन में आएगा कि आखिर सारा भार ये अकेले क्यों संभालती है। तो इसके पीछे भी वजह है।

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