अपने ही पैर का कबाब बनाकर खा गया ये आदमी । साइंस जर्नलिस्ट ग्रेग फुट की। ग्रेग ने अपनी जांघ का एक हिस्सा पकाने के लिए लैब को दिया था। लैब से मिली रिपोर्ट के मुताबिक इस इंसान का मांस चिकन और बीफ के जैसा है। इंसानी मांस में उतना ही फाइबर है, जितना इन जानवरों में होता है। इंसान का मांस खाना कानूनी अपराध है, इसलिए बीबीसी के साइंस जर्नलिस्ट ग्रेग ने बाकायदा इसे लैब में भेजा और वहीं पकाया।

ग्रेग ने एक नॉनवेज बर्गर बनाया था। इसमें सुअर और भेड़ के मांस के साथ अपनी जांघ का टुकड़ा भी डाला था। लैब में इस बर्गर को उन्होंने तवे पर पकाया था।

डरहम यूनिवर्सिटी के डॉक्टर रिचर्ड सग के मुताबिक इंसान का मांस खाने से खून और हड्डियां बेहतर होती हैं। इसी वजह से सवा दो सौ साल पहले लोग इंसानी मीट खाते थे।

इसे भूनते वक्त ग्रेग ने बताया, ‘इस मीट की महक काफी अच्छी है। यह अच्छी क्वालिटी का मीट है।’ इसे खाते समय ग्रेग काफी खुश थे। उन्होंने कहा, ‘मेरे पैर से बना यह बर्गर काफी टेस्टी है। मैं इतना अच्छा मीट कभी नहीं खाया।’

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