पेटीएम का कहना है कि अगले कुछ महीनों में इस नई सुविधा के जरिये 1800 करोड़ रुपये की ट्रांसेक्शन का लक्ष्य है। इससे सरकार को टैक्स वसूलने में सुविधा होगी। पेटीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, किरण वासिरेड्डी ने कहा कि महत्वपूर्ण टोल प्लाजा पर नकद लेन-देन ट्रैफिक को धीमा कर देता है, क्योंकि वाहन चलाने वाले और अटेंडेंट खुल्ले पैसों की परेशानियों से जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यात्रियों और टोल प्लाजा अटेंडेंट्स को इससे राहत मिलेगी। कंपनी का लक्ष्य देश के हर कोने के बाजार पर कब्जा करना है। पेटीएम ने कहा कि यह भारत को सही मायनों में कैशलेस अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में प्रेरित करेगा।