जब दूसरी जाति वाले लोगों ने सुबह वहां भगवान का मंदिर देखा तो वो नाराज हो गए और बाद में दूसरी जाति के लोगों ने इसका विरोध किया फिर इसकी शिकायत पुलिस में कर दी। पुलिस मौके पर पहुंची और विवाद खत्म करने के लिए हनुमान जी की मूर्ति अपने साथ थाने लेकर चली गई।
पुलिस ने भगवान को थाने में ही स्थापित कर दिया। तब से अब तक मूर्ति मधुबन नगर थाने में ही रखी है। लोगों की आपसी लड़ाई के चलते हनुमान जेल पहुंच गए और हनुमान जी की मुर्ति पुलिस थाने में बने मंदिर में स्थापित कर दी गई है।
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