दिल्ली सरकार ने सड़क हादसों में लोगों को मदद करने करने वाले ऑटोरिक्शा व टैक्सी ड्राइवरों को 2 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दिये जाने का ऐलान किया है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इसका कारण बताया कि ऑटोरिक्शा या टैक्सी ड्राइवर पीड़ित तक एंबुलेंस से भी पहले पहुंच सकते हैं। यही नहीं पुलिस कंट्रोल रूम वैन के बाद जो सबसे पहले पीड़ित तक पहुंच सकता है वह ऑटोरिक्शा ही है।
गौरतलब है कि दिल्ली के हरिनगर थाना इलाके में सड़क दुर्घटना में घायल हुए एक व्यक्ति ने सड़क पर ही तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। अगर उसे समय से इलाज मिल जाता तो उस व्यक्ति की जान बच सकती थी, लेकिन किसी भी राहगीर ने पुलिस को सूचना देकर इंसानियत का परिचय देना उचित नहीं समझा।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, टक्कर के बाद मतीबुल कूड़े के ढेर के पास गिरा पड़ा था। अगर मतीबुल को समय से इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी। पुलिस के अनुसार, सीसीटीवी कैमरों में टक्कर मारने वाला टैंपो कैद हो गया है। आरोपी चालक को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।